परिचय: एक बार जब एक उत्पादक ने मिर्च और शिमला मिर्च, या किसी अन्य सब्ज़ी या अनाज, की स्वस्थ फसल प्राप्त करने के लिए के लिए क्रॉप कवर का उपयोग करने की आवश्यकता और महत्व को जान लिया है, और उसका उपयोग करने का निर्णय ले लिया है तो उसके लिए उसे इसे लगाने की सही विधि और हटाने की आवश्यकता और ऐसा करने के सही समय के बारे में जानकारी प्राप्त करना भी बहुत ज़रूरी है। 

 

लेख: नमस्कार, प्रिय किसान मित्रो! ग्रोइट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की आधिकारिक वेबसाइट में आपका स्वागत है! तो, आपने अपनी मिर्च और शिमला मिर्च की फसल के लिए क्रॉप कवर का उपयोग करने का निर्णय लिया है? आपका यह निर्णय वाकई प्रशंसयोग है!

 

बधाई हो! आपने सुरक्षात्मक खेती की दिशा में अपना पहला कदम उठाया है। अच्छा! तो आप पहले से ही क्रॉप कवर का उपयोग कर रहे हैं। उस मामले में भी बहुत बहुत बधाई! क्रॉप कवर का उपयोग करने का निर्णय लेना चिली थ्रिप्स और अन्य खतरनाक कीटों के खिलाफ जंग जीतने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है।

 

हालांकि, मिर्च और शिमला मिर्च की स्वस्थ फसल सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित समय पर ऐसा करने के महत्व को समझने के अलावा, क्रॉप कवर को लगाने और हटाने के सही तरीकों और समयों से परिचित होना भी बहुत महत्वपूर्ण है।

 

इंस्टालेशन: मिर्च की फसल की खेती के लिए बेड तैयार करने और उस पर प्लास्टिक मल्चिंग शीट लगाने के बारे में जानकारी हम पहले ही आपके साथ साँझी कर चुके हैं। यहाँ हम क्रॉप कवर की स्थापना और उसे हटाने के बारे में बात करेंगे।

 

नॉन-वोवन क्रॉप कवर: दोस्तो, जैसा कि आप में से अधिकाँश पहले से ही जानते हैं, ग्रोइट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बेहतर गुणवत्ता वाले नॉन-वोवन क्रॉप कवर, जो कि न केवल अत्यधिक टिकाऊ, प्रदर्शन-उन्मुख, किफायती और लंबे समय तक चलने वाले हैं, बल्कि स्थापित करने और निकालने में आसान भी होते हैं, बनाती है।

 

लेकिन, फिर भी आपको मिर्च और शिमला मिर्च की खेती में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए स्थापना प्रक्रियाओं और हटाने के समय से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए।

 

स्थापन प्रकृया:

 

  1. फाईबर स्टिक्स को बीज को विधिवत बिछाई गई क्यारियों में रोपने के बाद स्थापित किया जाता है।
  2. फाईबर स्टिक्स की आपस की दूरी कम से कम 12 से 15 फीट की होनी चाहिए।
  3. इसके बाद एग्री थ्रेड को तीनों तरफ से बाँध दीजिए।
  4. इसके ऊपर नॉन वॉवन क्रॉप कवर लगाईए।
  5. सुरंग जैसी संरचना के ऊपर प्लास्टिक क्लिप लगाईए जिनसे इसको स्थिरता मिलेगी।

 

तो, अपने देखा कि एक बार जब आप नॉन वोवन क्रॉप कवर लगाने सही प्रक्रिया जान जाते हैं तो इसे स्थापित करना कितना आसान हो जाता है!

 

हटाना: नॉन वोवन क्रॉप कवर को परागण के उद्देश्य से, जो पृथ्वी पर पौधों के जीवन के निर्वाह का अभिन्न अंग है, हटाना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उन्हें पौधों को हानिकारक कीटों से बचाने के लिए स्थापित करना।

 

किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि परागण के लिए पौधों पर 20 से 30 प्रतिशत फूल आने पर नॉन-वोवन क्रॉप कवर को पौधों के ऊपर से हटा दिया जाए।

 

एक नॉन-वोवन क्रॉप कवर फसलों को विभिन्न पर्यावरणीय और जैविक खतरों से बचाने के अलावा पौधों को मौसम संबंधी विसंगतियों से भी बचाता है। 

ग्रोइट इंडिया के नॉन-वोवन क्रॉप कवर पौधों के आस पास एक आदर्श वातावरण बनाते हैं जिसकी एक पौधे को बढ़ने के लिए आवश्यकता होती है, जो हर फसल के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करता है।

 

यह चिली थ्रिप्स के खिलाफ एक सही उपाय है, जिन्होंने भारत में हरी मिर्च के छह राज्यों में जो देश में हरी मिर्च के प्रमुख उत्पादक हैं, में कई एकड़ हरी मिर्च की फसल को तबाह कर दिया, जिससे उत्पादकों को भारी वित्तीय नुकसान और मानसिक आघात पहुँचा।

 

इसलिए, यदि आप हरी मिर्च और शिमला मिर्च की स्वस्थ फसल काटना चाहते हैं, तो आप ऊपर दिए गए सुझावों के अनुसार ग्रोइट इंडिया के गैर-बुना फसल कवर का उपयोग ज़रूर कीजिए। इससे आप को लाभ आवश्य होगा। 

 

कॉल टू एक्शन: ग्रोइट इंडिया के नॉन-वोवन क्रॉप कवर के उपयोग के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप या तो ग्रोइट इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट https://www.thegrowit.com पर हमारे ब्लॉग पर लेख पढ़ सकते हैं, ग्रोविट ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं, या हमें कॉल कर सकते हैं। 18008896978, +919316747973 पर। हमें आपकी सहायता करने में खुशी होगी!